सड़क के नाले में फंसी बोलेरो से जानिए हाल एसडीओ रोड का. जहां डीएम एसपी सहित जिले के तमाम बरिय अधिकारियों का निवास है.

सड़क के नाले में फंसी बोलेरो से जानिए हाल एसडीओ रोड का.  जहां डीएम एसपी सहित जिले के तमाम बरिय अधिकारियों का निवास है. 

वीडियो में आपको दिख रहा यह बोलेरो का एक पहिया नाले में गिर गया है. जिसको निकालने की जद्दोजहद चल रही है. अमूमन ऐसा नजारा दिखना कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन यह मामला इसलिए बड़ा हो गया है कि यह हाजीपुर एसडीओ रोड के नून  गोला पश्चिमी का इलाका है. जो सरकारी लैंड रिवेन्यू के मामले में जिले के सबसे महंगी इलाकों में से एक है. इसी सड़क में विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान है और इसी एसडीओ रोड के मुख्य सड़क के इलाके में डीएम, एसपी, एसडीओ, सिविल सर्जन पूर्व मंत्री, एमएलसी सहित तमाम लोगों का आवास है. सीबीएसई एफिलिएटिड स्कूल, के साथ कई बड़े नर्सिंग होम भी है. लेकिन यहां सड़क की हालत बेहद बदतर है. एसडीओ रोड के महुआ चौक से नूंगोला पश्चिमी में मशहूर चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर आरबी ठाकुर का घर है जहां दूर-दूर से लोग अपने बच्चों का इलाज कराने आते हैं. लेकिन इन्हें आने-जाने में भारी फजीहत का सामना करना पड़ता है. इसी में एक मंतोष कुमार राजापाकर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर से अपने बच्चे को दिखाने बोलेरो से पहुंचे थे जहां गाड़ी घुमाने के क्रम में इनकी गाड़ी का पहिया नाले में गिर गया. स्थानीय लोग बताते हैं कि आए दिन नाले में गाड़ियों का पहिया चला जाता है और लोगों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ता है. कई बार स्थानीय लोगों ने चंदा वसूल कर नाले के ऊपर स्लिप डलवाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि अगर कोई बीमार हो जाए तो यहां एंबुलेंस क्या आने में दिक्कत होती है. ऐसा नहीं है कि सड़क नहीं है बस रखरखाव और मेंटेनेंस के कारण सड़क का हाल खराब है जिसकी जिम्मेवारी हाजीपुर नगर परिषद की है. नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता पंकज कुमार ने फोन लाइन पर कहा कि अब तक यह मामला संज्ञान में नहीं आया था. अब संज्ञान में आया है तो बहुत जल्दी उसको ठीक करवा लिया जाएगा. शहर के अन्य जगहों पर भी सड़क मरम्मत का सीवरेज का और नाला दुरुस्त करने का काम तेजी से किया जा रहा है. जबकि स्थानीय काली शंकर सिंह व  स्थानीय विजय कुमार सिंह आदि बताते हैं कि काफी दिनों से इस सड़क का यही हाल है. यहां के लोग काफी परेशान हैं. लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. 

बाइट - विजय कुमार सिंह, स्थानीय.

बाइट काली शंकर सिंह, स्थानीय. 

बाइट - मंतोष कुमार, मरीज के परिजन.