Tv9 Exclusive : ‘लोगों का मुझसे नफरत करना जरूरी था’ – दृश्यम 2 के ‘गायतोंडे’ ने आखिर क्यों कहा ऐसा?
एक्टर कमलेश सावंत ने अपने करियर में कई बॉलीवुड फिल्मों में पुलिस अफसर का किरदार निभाया है. हाल ही में रिलीज हुई फिल्म दृश्यम 2 में उनका गायतोंडे का किरदार भी काफी मशहूर हुआ है.
अजय देवगन की दृश्यम 2 ने बॉक्स अफसर पर फिर एक बार अपना जादू चलाया है. इस फिल्म में ऐसे कई टैलेंटेड एक्टर्स शामिल हैं, जिन्हे दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है. इन एक्टर्स में से ही एक हैं कमलेश सावंत. शुरुआत में, लक्ष्मीकांत गायतोंडे का किरदार निभाने वाले एक्टर कमलेश सावंत को ये फिल्म देखने के बाद कई दर्शकों के गुस्से का सामना करना पड़ा था. हालांकि इस बात से एक्टर बिलकुल भी नाराज नहीं हैं. Tv9 भारतवर्ष के साथ की हुई एक्सक्लूसिव बातचीत में कमलेश सावंत ने कहा कि ‘गायतोंडे के किरदार से नफरत की ही उम्मीद थी.’
कमलेश सावंत ने कहा कि ‘दृश्यम सिनेमा का यूएसपी था विजय सलगांवकर (अजय देवगन) का फैमिली मैन होना. इसलिए लोग उनके किरदार से तुरंत कनेक्ट हो जाते हैं. आम आदमी खुद को उनकी जगह पर देख सकता है. ये इंसान एक बाप है. हर इंसान अपने बच्चों की अपनी बेटी की सुरक्षा के लिए उनके सपनों को पूरा करने के लिए सब कुछ कर सकता है और फिर उनके सामने आता है विजय सलगांवकर से निजी दुश्मनी रखने वाला ‘लक्ष्मीकांत गायतोंडे’.
गायतोंडे के किरदार से नफरत की ही थी उम्मीद
सावंत आगे बोले कि ‘गायतोंडे’ ये इंतजार कर रहा था कि “वो विजय से कैसे बदला ले. यानी लोगों के लिए सबसे अच्छा इंसान विजय और सबसे घटिया गायतोंडे. जिस तरह से गायतोंडे की हरकत है ये अपेक्षित था कि लोग उससे नफरत करेंगे. अगर लोग इस किरदार को नफरत नहीं करते तो बतौर कलाकार मैं इस भूमिका को न्याय देने में असफल होता लेकिन लोगों ने इस किरदार से नफरत की. यानी मेरा काम उन्हें पसंद आया.”